नकल कराने के आरोप में केन्द्र व्यवस्थापक कार्यमुक्त
यूपी बोर्ड परीक्षा में जिला प्रशासन के दावों के बावजूद शिक्षा माफिया नकल कराने में सफल हो जा रहे हैं। सोमवार को डीआईओएस की रिपोर्ट पर ऐसे ही एक केन्द्र व्यवस्थापक को परीक्षा से कार्य मुक्त कर दिया गया। वह अपने ही केन्द्र पर सेल्फ सेंटर वाली छात्राओं को अलग कमरें में नकल करा रहे थे। अन्य कॉलेज की छात्राओं को दूसरे कमरे में परीक्षा दिलाने की व्यवस्था कराई गयी थी। मामले का खुलासा हुआ तो परिजनों ने डीएम दिनेश कुमार सिंह से फोन करके शिकायत की। इसकी जांच डीआईओएस प्रवीण मणि त्रिपाठी ने की तो सभी आरोप सही पाए गए।
प्रकरण सिकरारा ब्लाक के कल्पनाथ सिंह इं. कालेज बांकी का है। यहां उक्त विद्यालय की छात्राओं के लिए अलग से कमरे में सेटिंग करके परीक्षा कराई जा रही थी। जबकि अन्य परीक्षा केन्द्रों के छात्र-छात्राओं के साथ सख्ती की जा रही थी। डीआईओएस ने बताया कि नकल कराने के आरोप में केन्द्र व्यवस्थापक डॉ. मनोज सिंह को परीक्षा से कार्य मुक्त कर दिया गया है। उनके स्थान पर जनता इं.का. खपरहां के लाल प्रताप सिंह को नया केन्द्र व्यवस्थापक नियुक्त किया गया है।
इस कार्रवाई के बाद डीआईओएस ने श्याम देवी हाईस्कूल हरीनगर महराजगंज में छापेमारी की। इंटरमीडिएट द्वितीय पाली रसायन विज्ञान विषय की परीक्षा में छात्र पास होने के बावजूद परीक्षा दे रहा था। उसके खिलाफ खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। डीआईओएस के अनुसार छात्र ने वर्ष 2006 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण कर लिया है। मेरिट बढ़ाने के चक्कर में फर्जी जन्मतिथि के आधार पर इंटरमीडिएट की दोबारा परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है। इसी केन्द्र पर एक और फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा पास करने के बाद भी दोबारा परीक्षा दे रहा था। इसके खिलाफ भी महराजगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।
सार्वजनिक इं. कालेज मुंगराबादशाहपुर में केन्द्र व्यवस्थापक विनोद कुमार सिंह ने छात्रा को नकल के साथ पकड़े जाने पर रिस्टीकेट किया है। इन्दू बालिका इं. का. शाहपुर में केन्द्र व्यवस्थापक राजेश्वरी सिंह ने एक छात्र को अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़े जाने पर रिस्टीकेट किया है।